Thursday, November 4, 2010

दीपों का त्यौहार

आज है दीपों का त्यौहार।
सजा हुआ सारा संसार। ।
सोनू ने घर खूब सजाया
फूल का सा महल बनाया
मोनू के जी को भी भाया
झटपट वापस घर को आया
मैं भी घर चमकाउंगा
घर को खूब सजाऊंगा
दीपू , गुड्डू, मीनू , माया
सबको डेकोरेशन भाया
सबके घर सज आए ऐसे
नई नवेली गुड़िया जैसे
रंग-बिरंगे सुन्दर कपड़े
पहन ओढ़कर सुन्दर मुखड़े
खूब मिठाई खायेंगे
मित्रों के घर जाएँगे
दीया-जोत जलाएँगे
प्यार स्नेह बिखराएंगे
नहीं पटाखा, शोर नहीं
प्रदूषण अब और नहीं
यह है दीपों का त्यौहार
खुश है अब सारा संसार। (जागरूक बच्चों को समर्पित)

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