Monday, April 25, 2011

साजिश : दुनिया बदलने की


कुछ लोग दुनिया बदलने की साजिश कर रहे हैं....
उन्हें पसंद नहीं है जनतंत्र
भूखे-नंगे जाहिल लोग ...
नीची जाति और तबके के लोग
जब वोट की जुबान में बराबर मान लिये गए ..
तो उन्होंने अपना अलग कम्यून बनाया
पढ़े-लिखे साफ-सुथरे लोगों का ...
पिछले चार-पाँच दशकों में
बड़ा बुरा हाल हुआ है समाज का , देश का ...
इनका मानना है
कि यह इसी भेडियाधसान जनवाद का नतीजा है..
जिसे बोलने नहीं आता
वह बन गया है मंत्री...
सिर्फ वोट की राजनीति करके...
जातिवाद.. क्षेत्रवाद..भाषावाद...
ये लोग दुखी है जनतंत्र से..
आज इण्डिया-गेट पर करेंगे कैंडिल-मार्च
भ्रष्टाचार के विरोध में...
सरकार पर बनाएँगे दबाव
कि कहाँ कहाँ से आ गए नेता
अरबों -खरबों का घपला कर जाते हैं..
हम ... हमारे बच्चे ... डाक्टर..इंजीनियर... वकील...
कुछ भी नहीं बना पाए...
कोचिंग .. डोनेशन का खर्चा ...
सालो-साल लगता है .. आई ए एस बनने में..
और राजनीति में भर गए हैं भ्रष्ट लोग...
देश का बेडा गर्क करने पर तुले ...
हम इस भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ देंगे..
आज कैंडिल मार्च है इण्डिया गेट से विजय चौक तक
जनता जाग चुकी है...
कुछ लोगों का गैंग
शाम को नहा धोकर ...
सफ़ेद कुरता-पायजामा पहन
दोस्तों सहेलियों के हुजूम में
कुछ इस सहूलियत से दुनिया को बदलने की कोशिश कर रहा है..

2 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

जागरूक करने वाली रचना

रवीन्द्र दास said...

धन्यवाद संगीता स्वरूप....