Tuesday, February 21, 2012
नदी ....
नदी
चाहे जितनी शक्तिशाली हो
कितनी वेगवती
चाहे तूफ़ान मचा दे
तबाह कर दे पूरी कायनात को
पर,
ढलान के विरुद्ध
एक इंच नहीं ससर सकती
नदी ...
2 comments:
Nidhi
said...
सच..........
February 23, 2012 at 5:16 AM
राजेंद्र अवस्थी.
said...
हाँ....शाश्वत सत्य....।
September 26, 2012 at 11:27 PM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
सच..........
हाँ....शाश्वत सत्य....।
Post a Comment