Thursday, March 22, 2012

उनकी आवाज़ होती है

मैंने लाखों हजारों साल की तारीख मे

कोई ऐसा हर्फ़

कोई जुमला

नहीं देखा -

जो बताता हो कि झूठ की शक्ल ऐसी होती है

कुछ हकीकत होती है

कुछ अफसाना होता है

कुछ वाजिब होता है

कुछ बहाना होता है ....

लेकिन कुछ नहीं होता है झूठ

मैं तो झूठों को हसीन कहता हूँ

सच मानिये तो जहीन कहता हूँ

वे लोग

होते तो सच्चे,

कभी कभी मसखरे मे कभी कह जाते है

.... लेकिन वह झूठ नहीं होता

उनकी आवाज़ होती है .

1 comment:

Onkar said...

sundar abhivyakti